Short Motivational Story: नमस्कार दोस्तों आप सभी का Shridas K Motivation ब्लॉग पर स्वागत है। दोस्तो आज का यह आर्टिकल आप सभी के लिए बहुत ही स्पेशल और मोटिवेशनल साबित होने वाला है।
दोस्तो आज के इस आर्टिकल के जरिए में आपके साथ एक इंट्रेस्टिंग स्टोरी शेयर करने वाला हू, इसीलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। तो चलिए बिना समय को गंवाए चलिए कहानी की शुरुआत करते हैं।
जीवन की यात्रा पर प्रेरणादायक कहानी – Short Motivational Story on Life’s Journey
एक बार की बात है, एक बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति एक स्थानीय गांव में रहता था। वो बुद्धिमान व्यक्ति उस गांव का मेयर था और गाव का हर कोई व्यक्ति उसका सम्मान करता था। उसके विचारों और राय को अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता था।
कई लोग सलाह लेने के लिए उसके पास आते थे। लेकिन उसका बेटा हालाकि बहुत आलसी था। सोने और अपने दोस्तो के साथ समय बिताने में अपना समय बर्बाद करता था। किसी की भी सलाह या दमखी का उसके ऊपर कोई भी असर नहीं पड़ता था।
वो बिलकुल भी नहीं बदला और साल बीतते गए। और समय के साथ साथ उस बुद्धिमान व्यक्ति की जवानी भी खत्म होती जा रही थी। जैसे जैसे वो बूढ़ा होता चला गया वो अपने बेटे के भविष्य के बारे में सोचकर चिंतित होने लगा।
फिर उसे याद आया की उसे अपने बेटे को कुछ देना होंगा, ताकि भविष्य में वो अपने परिवार का ध्यान रख सकें। उसके बाद उस बुद्धिमान व्यक्ति ने एक दिन अपने बेटे को बुलाया और कहा कि में चाहता हूं की तुम जिम्मेदारियां लेना सीखो और इस जीवन को समझो।
और में चाहता हूं की तुम अपने जीवन के रीयल perpose को ढूंढो। और जब तुम उसे ढूंढ लोगे तो उसे तुम हमेशा याद रखो। तब तुम सदैव खुशी और आनंद से भरा जीवन जी सकोगे। फिर उसके बाद उन्होंने अपने बेटे को एक बैग सौपा।
जब बेटे ने उस बैग को खोला तो उसमें 4 जोड़ी कपड़े (हर सीजन के लिए एक) और कुछ खाने के लिए चीजे और थोड़े बहुत पैसे थे और उसके साथ एक नक्शा भी था, जिसे देखकर वो हैरान हो गया। फिर उसके पिता ने उसे कहा कि में चाहता हूं की तुम एक खजाना ढूंढो।
और मैने उस जगह का एक नक्शा भी तैयार किया हुआ है, जहा खजाना छिपा हुआ है। तुम्हे उसे ढूंढकर मुझ तक लाकर देना होगा। उसके बेटे को यह विचार बहुत पसंद आया और उसने यह सोचा की उसके पिता के पास उसके लिए एक अच्छा आइडिया है।
इसीलिए अगले ही दिन वो लड़का खजाने को ढूंढने की यात्रा पर निकल पड़ा। उसे वास्तव में बहुत दूर सीमाओं, जंगलों और पहाड़ों की यात्रा करनी थी। जब उसने यात्रा की तो दिन हप्तो में बदल गए और हप्ते महीनों में बदल गए।
इस दौरान वो बहुत से लोगों से मिला और कुछ लोगो से उसे खाने की मदत मिली तो कुछ के पास आश्रय। वो उन लुटेरों से भी मिला जिन्होंने उसे लूटने की कोशिश भी की और जो लोग उसे दोखा देने का प्रयास करते थे, उसे अपनी यात्रा में उनसे उसे huminity का सबसे अच्छा और बुरा अनुभव मिला।
धीरे धीरे मौसम बदल गया और जब मौसम खराब हुआ तो वो उस दिन रुक गया और मौसम साफ होने पर अपनी यात्रा को फिर से शुरू की। आखिर कार 12 महीनों की यात्रा करने के बाद वो अपनी उस destination पर पहुंच गया और वो एक पहाड़ की चोटी थी।
नक्शे में यह दिखाया गया था की खजाना एक सुनहरे रंग के पेड़ के नीचे रखा गया है। और जब उसे वो पेड़ दिख गया तो उसने उस पेड़ के नीचे खोदना शुरू किया। लेकिन 2 दिन खोदने के बाद भी उसे वहां पर कुछ भी नही मिला।
तीसरे दिन वो इतना थक गया की उसने निराश होकर उस जगह को छोड़ने का फैसला कर लिया और अपने घर वापस लौट आने का मन बना लिया। जब वो वापस अपने घर जा रहा था, तब रास्ते में उसने उसी बदलती लैंडस्केप और सीजन का अनुभव किया।
और इस बार हालाकि वो खिलने वाली फूलों और पेड़ों में नाचने वाली पक्षियों का आनंद लेने के लिए रुक गया। उसके साथ ही उसने केवल सूर्यास्त देखने के लिए अलग अलग स्थानों पर रुक भी गया।
उसे पहाड़ की चोटी पर पहुंचने के लिए 12 महीनों का समय लगा और फिर से घर लौटने में भी 12 महीनों का समय लगा। जो भोजन उसने अपने साथ रखा हुआ था, वो केवल कुछ ही महीनों तक चला। अब उसे अपने खाने पीने और रहने की व्यवस्था करना सिखना था।
और उसके साथ ही उसे जंगली जानवरों से खुद की रक्षा करना भी सीखना था और उसने यह सीखा भी। घर लौटते वक्त वो उन लोगों से मिला जिन्होंने उसे पहले मदत की हुई थी और इस बार वो उनके साथ कुछ दिन रहा भी। और अंत में जब वो लड़का अपने घर पहुंचा तब उसे यह अहसास हुआ कि उसे घर से गए 2 साल हो गए।
उसके बाद वो लड़का सीधे अपने पिता के कमरे में गया। जब उसके पिता ने यह देखा की लड़का बहुत दिनो के बाद घर लौट आया है, तो पिताजी तुरंत खड़े हुए और अपने बेटे को गले लगाया। और पूछा की तो यात्रा कैसी रही मेरे बेटे? क्या तुम्हे वह खजाना मिल गया?
यात्रा तो बहुत ही पैशीनेट रही लेकिन मुझे माफ कीजिएगा, में खजाना नहीं ढूंढ पाया। क्योंकि किसी ने मेरे वहा पर पहुंचने से पहले ही खजाने को निकाल लिया। यह सुनकर पिता को आश्चर्य हुआ, पर वे बेटे पर क्रोधित नही हुए।
फिर उस बेटे ने अपने पिता से क्षमा मांगी की में खजाना लाने में असफल रहा। फिर पिता ने मुस्कुराकर कहा की वहा पर ऐसा कोई खजाना था ही नही। यह सुनकर बेटा क्रोधित तो नही हुआ लेकिन बहुत हैरान था। बेटे ने कहा कि तो फिर आपने मुझे उसे ढूंढने के लिए क्यों भेजा?
पिता ने फिर कहा की में तुम्हे निश्चित रूप से बताऊंगा की मैने तुम्हे वहा पर क्यों भेजा? लेकिन उससे पहले तुम मुझे यह बताओ कि उस स्थान पर तुम्हारी यात्रा कैसी रही? और क्या तुमने उसका आनंद लिया? फिर बेटे ने कहा की
निश्चित रूप से नही पिताजी, क्योंकि मेरे पास समय नहीं था और में चिंतित था की कोई ओर व्यक्ति मुझसे पहले उस खजाने को निकाल कर ले न जाए। इसीलिए में उस पहाड़ की चोटी पर पहुंचने की जल्दी में था। लेकिन मैने घर वापसी की समय में यात्रा का आनंद लिया।
मैने कई दोस्त बनाए और हर दिन चमत्कार देखा। मैने कई सारी विभिन्न स्किल्स और आर्ट ऑफ सरवायवल सीखी। इन सभी सीखों ने मेरे खज़ाना न ढूंढ पाने के दर्द को भुला दिया। पिता ये सुनकर बहुत खुश हुए और अपने बेटे से कहा की बिलकुल मेरे बेटे, में चाहता था की तुम एक लक्ष्य के साथ अपना जीवन व्यतीत करो।
लेकिन अगर तुम अपने लक्ष्य पर ज्यादा ही focussed रहोगे तो तुम इस जीवन के रीयल खजाने को खो दोगे। सच्चाई तो यह है की जीवन का कोई लक्ष्य नही है बल्की जीवन एक यात्रा है। और वो ये चाहती है की तुम उसको अनुभव करो।
Conclusion of Short Motivational Story on Life:
दोस्तो बस ये याद रखो कि जब आप अपने सपनो (लक्ष्य) का पीछा करते रहते हो, तब उस यात्रा का आनंद लेना बिलकुल भी न भूलें। आप सफल भी हो सकते हैं और असफल भी हो सकते है, लेकिन सबसे बड़ी सीख इसकी यात्रा में है।
हर दिन अच्छा होना और हर दिन दूसरो की मदद करना और हर दिन खुश रहना यही जीवन का असली लक्ष्य होना चाहिए। और कुछ मायने नहीं रखता है। यही सीख हमे इस कहानी से सीखने को मिलती है। उमिद हैं आपको आज की यह कहानी पसंद आई होगी।
रिलेटेड पोस्ट्स:
- जरुर पढ़े: अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो यह कहानी आपके लिए है
- जरुर पढ़े: Top 3 Real Life Inspirational Stories in Hindi
- जरुर पढ़े: Top 5 Heart Touching Friendship Stories in Hindi With Moral
दोस्तो अगर आपको यह Short Motivational Story पसंद आई होगी और आपके लिए उपयोगी साबित हुई होंगी? तो अपने दोस्तो के साथ फेसबुक और व्हाट्सऐप पर इसे share करना बिलकुल भी न भूलें।
आपका बहुमूल्य समय हमे देने के लिए दिल से धन्यवाद.